Chardham Yatra: 15 दिन में चारधाम यात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, केदारनाथ में सबसे ज्यादा भीड़

Chardham Yatra: चारधाम यात्रा को शुरू हुए महज 15 दिन ही हुए हैं और अब तक 7,17,803 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं। सबसे अधिक 2,91,060 श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे हैं, जबकि बदरीनाथ में 1,60,885, यमुनोत्री में 1,39,789, और गंगोत्री में 1,26,069 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।
पर्यटन विभाग को श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद
पर्यटन विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में और इजाफा होने की संभावना है। यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने से हुई थी, जबकि केदारनाथ 2 मई और बदरीनाथ 4 मई को खुले थे।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से हो रहा है पंजीकरण
बताते चले कि, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 20 मार्च से ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की गई थी। इसके साथ ही 28 अप्रैल से हरिद्वार, ऋषिकेश और विकासनगर में ऑफलाइन पंजीकरण भी किए जा रहे हैं। पंजीकरण की प्रक्रिया लगातार जारी है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसमें भाग ले रहे हैं।
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार कम पहुंचे श्रद्धालु
हालांकि, इस बार यात्रा जल्दी शुरू होने के कारण पिछले वर्ष की तुलना में अब तक लगभग 31% कम श्रद्धालु पहुंचे हैं। वर्ष 2024 में 10 मई से यात्रा शुरू हुई थी और पहले 15 दिनों में 10,33,621 श्रद्धालु पहुंचे थे। पर्यटन विभाग को उम्मीद है कि स्कूलों की छुट्टियों के बाद यात्रियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होगी।
28 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, अब तक चारधाम यात्रा के लिए कुल 28,45,085 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। इनमें सबसे ज्यादा 9,58,221 केदारनाथ, 8,62,393 बदरीनाथ, 5,08,034 गंगोत्री, 4,62,028 यमुनोत्री, और 54,409 हेमकुंड साहिब के लिए रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
यात्रियों की सुविधा के लिए मजबूत की गई व्यवस्थाएं
चारधाम यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन ने तमाम इंतज़ाम किए हैं। श्रद्धालु वेबसाइट
registrationandtouristcare.uk.gov.in या मोबाइल ऐप Tourist Care Uttarakhand के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 0135-1364 पर संपर्क किया जा सकता है।
हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने के बाद और बढ़ेगा यात्रियों का आगमन
चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार के अनुसार, यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त हैं। उन्होंने बताया कि 25 मई से हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने के बाद यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं की संख्या में और भी अधिक वृद्धि देखने को मिलेगी।