झारखंड में निवेश को आकर्षित करने के लिए स्पेन और स्वीडन की यात्रा पर मुख्यमंत्री सोरेन

बार्सिलोना/रांची
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड में निवेश को आकर्षित करने के लिए स्पेन और स्वीडन की यात्रा पर हैं। इस क्रम में झारखंड सरकार को आईसीडी स्पेनियल फुटबॉल क्लब ने खेल विकास, विशेषकर फुटबॉल कोचों के प्रशिक्षण के लिए समझौता ज्ञापन एमओयू पर हस्ताक्षर करने का प्रस्ताव दिया है। यह सहयोग बार्सिलोना के उत्कृष्ट खेल इकोसिस्टम, झारखंड में खेल खास कर फुटबॉल के विकास को बढ़ावा देगा। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में झारखंड सरकार के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने स्पेन के बार्सिलोना में प्रवासी भारतीय व्यवसायियों एवं प्रतिष्ठित विशेषज्ञों से मुलाकात की।
इस क्रम में स्टार्टअप मेंटरशिप, क्लीन एनर्जी, पर्यावरणीय स्थिरता, सप्लाई चेन, बायो-फार्मास्यूटिकल्स, खेल विपणन, क्रिकेट टीम ओनरशिप, डीप-टेक बी2बी मार्केटिंग, लीगल, डेंटिस्ट्री और मेडटेक जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा हुई। प्रतिनिधिमंडल ने उद्यमिता, नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सुझाव दिए और झारखंड में एक जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम के निर्माण में सहयोग देने की इच्छा जताई। मुख्यमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को झारखंड आने और राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। मुख्यमंत्री ने टेस्ला ग्रुप ए एस (चेकोस्लोवाकिया) के सी ई ओ एवं सह-संस्थापक श डुशान लिचाडर्स से भी भेंट की। उन्होंने झारखंड में एक जीआईजीए फैक्ट्री स्थापित करने का प्रस्ताव दिया, जो वाणिज्यिक और औद्योगिक बैटरी भंडारण उत्पादों के असेंबली पर केंद्रित होगी। यह संयंत्र नवीकरणीय ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में कंपनी के रोमानिया के ब्रेइला में किए गए निवेश के समान होगा।
प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि झारखण्ड में स्टाटर्अप्स और उनके मेंटर्स का मैपिंग किया जाए और उन्हें वैश्विक इनक्यूबेटरों से जोड़ा जाए। खाद्य प्रसंस्करण, विशेष रूप से झारखण्ड के कटहल और टमाटर जैसे उत्पादों के मूल्यवर्धित प्रसंस्करण में निवेश की संभावनाएं तलाशने का सुझाव दिया गया। इसके अतिरिक्त पारंपरिक चिकित्सा (होड़ोपैथी), अनुसंधान एवं विकास, फार्मास्युटिकल, मेडटेक तथा बायोटेक में अनुसंधान जैसे विषय शामिल रहे। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि स्पेनिश कंपनियों के साथ सतत संवाद, बैठक और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि, सहयोग की दिशा में ठोस प्रगति हो सके। राज्य सरकार प्राप्त सुझावों को नीतियों के मूल्यांकन एवं अद्यतन करते समय ध्यान में रखेगी। उन्होंने यह भी बताया कि झारखण्ड ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उल्लेखनीय प्रगति की है और निवेश को शीघ्र एवं सहज रूप से धरातल पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध है।