मध्यप्रदेश में अगले 4 दिन तेज गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के आसार, 19 जिलों में बारिश का अलर्ट

भोपाल
मध्यप्रदेश में गर्मी स्थिर हो गई है। एमपी में पिछले 24 घंटे के दौरान सभी जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा। छिंदवाड़ा के अलावा प्रदेश के किसी भी जिले में गर्मी का अधिक प्रभाव नहीं देखा गया। अधिकतम तापमान स्थिर बना हुआ है। हालांकि अधिकतम तापमान वाले जिलों को देखें तो यहां अधिकांश जिलों का तामपान 42 डिग्री सेल्सियस पार जा चुका है।
प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान खजुराहो में 44.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। प्रमुख शहरों का अधिकतम तापमान देखें तो भोपाल में 41.02, ग्वालियर में 43, नर्मदापुरम में 42.02, इंदौर में 40, पचमढ़ी में 36.2, रतलाम में 43, शिवपुरी में 44, उज्जैन में 41.4, जबलपुर में 41.5, खजुराहो में 44.6, मंडला में 43, सतना में 43 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ।
प्रदेश के तापमान में बदलाव
तापमान का विश्लेषण करें तो यह अंदाजा लगता है कि प्रदेश की अधिकांश जिलों का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है। ऐसे में जिलों में तेज गर्मी महसूस की जाने लगी है। वहीं न्यूनतम तापमान में भी काफी बदलाव दर्ज हुआ है। जबलपुर में 22.6, नरसिंहपुर में 24.2, छिंदवाड़ा में 26, सिवनी में 25.2, उज्जैन में 21.1, रतलाम में 25.6, इंदौर में 24, ग्वालियर में 21.3, भोपाल में 25.02 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड हुआ।
10 जिलों में लू का अलर्ट
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया है कि शुक्रवार को प्रदेश के करीब 10 जिलों में लू चल सकती है। इन जिलों में बुरहानपुर, खंडवा, रतलाम, शिवपुरी, दतिया, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और पांढुर्णा जिले शामिल हैं। राजधानी भोपाल के मौसम के बारे में वैज्ञानिकों ने बताया है कि यहां अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
यहां गर्मी से राहत की उम्मीद
वहीं मौसम विभाग ने अपने दृष्टिकोण में बताया है कि पश्चिम मध्य प्रदेश की न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। हालांकि दो दिन बाद फिर तापमान में मामूली वृद्धि आ सकती है। वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश के जिलों के तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा, लेकिन दो दिन बाद अधिकतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है यानी पूर्व मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी से थोड़ी राहत महसूस हो सकती है।
इन संभागों में होगी बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके रायकवार ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू पर पर द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। उत्तर-दक्षिणी द्रोणिका मराठवाड़ा के उत्तरी भाग से मन्नार की खाड़ी तक आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु से होते हुए जा रही है।
हवा के साथ कुछ नमी आने के कारण शनिवार को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, विदिशा, सागर, नरसिंहपुर, जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। इन्हीं क्षेत्रों में कहीं-कहीं लू का प्रभाव भी रह सकता है।
शनिवार को भोपाल व इंदौर में संभाग छाए रहेंगे बादल
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि हवा का रुख पश्चिमी बने रहने के कारण अरब सागर से कुछ नमी आ रही है। इस वजह से भोपाल, इंदौर संभाग में कहीं-कहीं बादल भी छाए हुए हैं।
शनिवार को भी प्रदेश के दक्षिणी भाग में बादल छाए रह सकते हैं, जबकि उत्तरी भाग में कुछ तपिश भी बढ़ सकती है। हालांकि नमी रहने के कारण कई शहरों में गरज-चमक की स्थिति भी बन सकती है। मौसम का इस तरह का मिजाज तीन दिनों तक बना रह सकता है।