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पार्थिव पटेल ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के लिए टीम के गेंदबाजों की प्रशंसा की, बतया सफलता का राज

नई दिल्ली
गुजरात टाइटंस के सहायक कोच पार्थिव पटेल ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के लिए टीम के गेंदबाजों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने बल्लेबाजी के लिए अनुकूल विकेट पर अपनी रणनीति पर अच्छी तरह से अमल किया। साई सुदर्शन (53 गेंदों में 82 रन) ने शानदार अर्धशतक लगाया, इसके बाद सभी गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन करके गुजरात टाइटंस को 58 रन से जीत दिलाई। गुजरात के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने 24 रन देकर तीन विकेट लिए तो राशिद खान और साई किशोर ने दो-दो विकेट लेकर राजस्थान को 159 रन पर आउट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पार्थिव ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘जब आप इस तरह के विकेट पर 50 रन से अधिक के अंतर से जीत हासिल करते हैं तो इसका मतलब होता है कि आपके गेंदबाजों ने रणनीति पर अच्छी तरह से अमल किया। मोहम्मद सिराज ने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की। प्रसिद्ध कृष्णा टूर्नामेंट में शुरू से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। साई किशोर शायद अभी तक टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर है। हमारे सभी गेंदबाजों ने गेंदबाजी के लिए मुश्किल परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन किया।’’

पार्थिव ने कहा, ‘‘यह देखकर अच्छा लग रहा है कि प्रत्येक मैच में कोई गेंदबाज आगे बढ़कर लीड कर रहा है। निश्चित तौर पर बल्लेबाजों ने जीत की नींव रखी लेकिन वास्तव में गेंदबाज आपको मैच जिताते हैं।’’ उन्होंने कहा,‘‘हमारी टीम में किसी को कोई खास भूमिका नहीं सौंपी गई है। एक टीम के रूप में हमारा रवैया बेहद सरल है। हम परिस्थितियों के अनुसार रणनीति तैयार करते हैं।’’ राजस्थान रॉयल्स के स्पिन गेंदबाजी कोच साईराज बहुतुले ने कहा कि लक्ष्य हासिल किया जा सकता था लेकिन उनकी टीम अच्छी साझेदारी निभाने में नाकाम रही।

बहुतुले ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि लक्ष्य हासिल किया जा सकता था। यह बल्लेबाजी के लिए बहुत अच्छा विकेट था। ईमानदारी से कहूं तो 200 रन बराबरी का स्कोर था। मुझे लगता है कि हमने 20 रन अधिक दिए लेकिन उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की। सुदर्शन में शानदार बल्लेबाजी की और उन्होंने पावर प्ले का अच्छा उपयोग किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उनके बल्लेबाजों ने हमारी तुलना में अच्छी साझेदारियां निभाई। यही कारण था कि उन्होंने बड़ा स्कोर खड़ा किया लेकिन मेरा मानना है कि अगर हमने अच्छी साझेदारियां निभाई होती तो हम लक्ष्य के काफी करीब पहुंच सकते थे।’’

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