बनासकांठा में पटाखा फैक्टरी के विस्फोट में पुलिस ने फैक्टरी मालिक को तो पकड़ा

हरदा
गुजरात के बनासकाठा इलाके में हुए पटाखा फैक्ट्री विस्फोट मामले में नया खुलासा हुआ है. पुलिस ने 22 मजदूरों की मौत के जिम्मेदार को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. गुजरात पुलिस ने मजदूरों को गुजरात भेजने वाले ठेकेदार हरीश मेघवानी को इंदौर से पकड़ा है. आरोपी हरीश नियमित रूप से हरदा जिले से मजदूर भेजकर आर्थिक लाभ कमाता था. आरोपी हरीश गुजरात की पटाखा फैक्ट्री मालिक के संपर्क में लगातार था. पुलिस लगातार उसका लोकेशन ट्रेस कर रही थी.
इसके बाद पुलिस आरोपी हरीश की कॉल डिटेल खंगालने लगा. इसके बाद गुजरात पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. घटना में हरदा और देवास के 21 मजदूरों की मौत हुई थी. ब्लास्ट में हरदा जिले के 11 और देवास जिले के 10 मजदूरों की जान चली गई थी.
आरोपी को लेकर गुजरात रवाना हुई पुलिस
गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा में हुए अवैध पटाखा फैक्ट्री विस्फोट मामले में मुख्य ठेकेदार इंदौर से गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य ठेकेदार हरीश रामचंद्र मेघवानी को गुजरात से आई एलसीबी टीम ने गिरफ्तार किया. बता दें कि एलसीबी की इस कार्रवाई को पूरी तरह से गुप्त रखा गया था. ट्रेजर टाउनशिप से मुख्य ठेकेदार हरीश रामचंद्र मेघवानी अब पुलिस की गिरफ्त में है. गुजरात पुलिस आरोपी ठेकेदार को लेकर इंदौर से लेकर रवाना हो गई है.
हरीश ने ही गोदाम के लिए स्थल को उपयुक्त बताया था। हरीश बिजलपुर क्षेत्र के ट्रेजर टाउन टाउनशिप में रहता था। हरीश पटाखा फैक्टरी के लिए मजदूर उपलब्ध कराता था और आर्थिक लाभ कमाता था। वह इंदौर में रहता था और देवास और हरदा जिले में जिन मजदूरों को पटाखे बनाने का अनुभव था, उन्हें वह गुजरात भेजता था।
आपको बता दे कि गुजरात के बनासकांठा की पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट के कारण 21 लोग जान गंवा चुके है और कुछ घायल भी है। इस मामले में पुलिस फैक्टरी मालिक खूबचंद मोहनानी और उसके बेटे दीपक को गिरफ्तार कर चुकी है। उनके पास पटाखे बेचने का लाइसेंस था, लेकिन उन्होंने अवैध फैक्टरी खोलकर पटाखों का निर्माण शुरू कर दिया था।