मध्य प्रदेश

कांवड़ यात्रा के चलते बदला ट्रैफिक प्लान: कुबेरेश्वर धाम जाने वालों के लिए जरूरी डायवर्जन गाइड

सीहोर 

सावन माह में आयोजित हो रही ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। पंडित प्रदीप मिश्रा के सान्निध्य में 6 अगस्त को निकलने वाली इस भव्य यात्रा में करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू कर दिया है। यह व्यवस्था 5 अगस्त रात 12 बजे से 6 अगस्त रात 10 बजे तक प्रभावी रहेगी।

श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सर्वोपरि
प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे धैर्य और सहयोग बनाए रखें तथा निर्धारित वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। ट्रैफिक डायवर्जन के तहत प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल, यातायात कर्मी और मेडिकल टीम तैनात रहेंगे ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।

भारी वाहनों के लिए विशेष मार्ग तय
भोपाल से इंदौर या देवास की ओर जाने वाले भारी वाहन अब सीधे नहीं जा सकेंगे। इन्हें परवलिया क्षेत्र के मुबारकपुर जोड़ और खजूरी क्षेत्र के तुमड़ा जोड़ से होते हुए श्यामपुर–कुरावर–ब्यावरा–शाजापुर–मक्सी मार्ग से भेजा जाएगा। वहीं, इंदौर/देवास से भोपाल आने वाले भारी वाहनों को भी यही मार्ग अपनाना होगा।

छोटे वाहनों के लिए वैकल्पिक रूट
भोपाल से आष्टा, देवास, उज्जैन या इंदौर की ओर जाने वाले छोटे वाहन अब सीहोर के न्यू क्रिसेंट चौराहे से भाऊखेड़ी जोड़ होते हुए अमलाहा मार्ग से जाएंगे। वापसी में वाहन आष्टा–अमलाहा–भाऊखेड़ी जोड़ होते हुए भोपाल पहुंचेंगे। प्रशासन ने यात्रियों, स्थानीय निवासियों और व्यापारियों से ट्रैफिक प्लान में सहयोग की अपील की है। प्रशासन ने हड़बड़ी या रूट तोड़ने से बचने की सलाह दी है, जिससे आपात स्थिति से बचा जा सके।

भव्य आयोजन की तैयारियां पूरी
कांवड़ यात्रा सीवन नदी घाट से जल लेकर कुबेरेश्वर धाम तक करीब 11 किलोमीटर पैदल यात्रा के रूप में निकलेगी। इसे लेकर शहर में साफ-सफाई, पार्किंग, चिकित्सा और आपातकालीन सेवाओं की विशेष व्यवस्था की गई है। यह यात्रा धार्मिक इतिहास में एक गौरवशाली अध्याय मानी जा रही है। सीवन घाट और कुबेरेश्वर धाम पर 5 अगस्त सुबह 6 बजे से यात्रा समापन तक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधीर डेहरिया को प्रभारी बनाया गया है। मौके पर एम्बुलेंस, दवाएं और मेडिकल स्टाफ तैनात रहेगा। होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम भी अलर्ट रहेगी।
 
400 से अधिक जवान रहेंगे तैनात
जिला पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के अनुसार, कांवड़ यात्रा के दौरान 400 से अधिक पुलिस जवान, 4 डीएसपी, 7 थाना प्रभारी और 30 सब-इंस्पेक्टरों की तैनाती की गई है। इनमें से कई जवान बाहरी जिलों से बुलाए गए हैं ताकि स्थानीय पुलिस को अन्य कार्यों में लगाया जा सके। कई सामाजिक संगठनों द्वारा यात्रा मार्ग में सेवा शिविर लगाए जा रहे हैं, जिनमें जल वितरण, फलाहारी प्रसाद और रात्रि विश्राम की व्यवस्था रहेगी। विठलेश सेवा समिति, रामसेवा समिति और अन्य स्थानीय मंडल इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं।

"सेवा, श्रद्धा और अनुशासन का पर्व"
प्रशासन और आयोजकों का संदेश है कि कांवड़ यात्रा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने वाला पर्व है। श्रद्धा और अनुशासन के साथ हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह इस आयोजन को सफल बनाने में प्रशासन का सहयोग करे। 

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