मध्य प्रदेश

एमपी में मौसम बिगड़ा! ग्वालियर-चंबल समेत 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, भोपाल-इंदौर में हल्की फुहारें

भोपाल 

मध्य प्रदेश में 6 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने वाला है। खास करके अगले 48 घंटों के लिए ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है। भोपाल-इंदौर समेत एक दर्जन जिलों में बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा। 1 जून से 2 अगस्त तक औसत से 52% अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी में औसत से 56% अधिक और पश्चिमी में औसत से 49% अधिक वर्षा हुई है।अब तक औसत 30 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है।

आज रविवार को इन जिलों में बारिश का अलर्ट

    ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में भारी बारिश
    अशोकनगर, गुना,रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, सागर, दमोह, पन्ना में हल्की से मध्यम

हालांकि, दो दिन तक उत्तरी हिस्से में तेज बारिश हो सकती है। इससे पहले टीकमगढ़, गुना, नर्मदापुरम, छतरपुर के नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सीधी, उमरिया समेत कई जिलों में हल्की बारिश का दौर चला। टीकमगढ़ में आधा इंच से ज्यादा पानी गिर गया।

पिछले सप्ताह बने थे बाढ़ के हालात पिछले सप्ताह प्रदेश में बाढ़ के हालात बने थे। खासकर पूर्वी हिस्से यानी- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में मानसून जमकर मेहरबान रहा। रायसेन में बेतवा ने विकराल रूप लिया। खेत-मंदिर और पुल डूब गए। दो दिन से बारिश थमी रही, लेकिन नर्मदा नदी उफान पर है। वहीं, डैम ओवरफ्लो है। इनके गेट खोले गए।

1 जून से 1 अगस्त तक कहां कितनी हुई वर्षा

    मध्य प्रदेश में 1 जून से 2 अगस्त तक दीर्घावधि औसत से 52% अधिक वर्षा हुई है। इसमें पूर्वी मध्य प्रदेशऔसत से 56% अधिक और पश्चिमी मध्य प्रदेश औसत से 49% अधिक वर्षा हुई है।अब तक औसत 30 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है।प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है।

    प्रदेश के ग्वालियर, राजगढ़, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मुरैना और श्योपुर में बारिश का कोटा पूरा हो गया है। यहां सामान्य से 50% तक ज्यादा पानी गिर चुका है।इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, भोपाल, बुरहानपुर, जबलपुर और आगर-मालवा अभी भी कम पानी गिरा है। इंदौर और उज्जैन संभाग में कम ही वर्षा हुई है।

एक्टिव सिस्टम और साइक्लोनिक दबाव

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन प्रदेश के उत्तर हिस्से को प्रभावित कर रही है। नतीजा ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में अगले दो दिन तक बारिश रुकने वाली नहीं है। (MP Weather)

भोपाल में फिलहाल राहत, लेकिन जल्द एक्टिव होगा मानसून

राजधानी में बारिश थमी जरूर है, लेकिन विशेषज्ञों का दावा है कि नए सिस्टम के असर से यहां भी बारिश लौटेगी। अरेरा हिल्स और कोलार में पुराने शहर के मुकाबले चार इंच ज्यादा पानी गिरा है। 1 जून से अब तक प्रदेश में औसत से 52% ज्यादा बारिश हो चुकी है। भोपाल में सीजन का कोटा आधे से ज्यादा पूरा हो चुका है अब तक 700.1 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य 548.4 मिमी होती है। (MP Weather Update)

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