
जालंधर
किसान मज़दूर मोर्चा (के.एम.एम.) की एक महत्वपूर्ण योजना बैठक जालंधर में हुई, जिसकी अध्यक्षता सरवन सिंह पंधेर, मनजीत सिंह राय और बलवंत सिंह बेहरामके ने की। इस बैठक में "खेत बचाओ, पिंड बचाओ, पंजाब बचाओ" किसान महापंचायत की तैयारी की। यह महापंचायत पंजाब सरकार की लैंड पूलिंग नीति के विरोध में आयोजित की जा रही है।
लंबी चर्चा के बाद, दाना मंडी, कुक्कड़ पिंड, जालंधर को 20 अगस्त को होने वाली बड़ी महापंचायत के लिए अंतिम स्थान घोषित किया गया। किसान मजदूर मोर्चा के नेताओं ने दाना मंडी का दौरा किया और वहां ग्रामीणों से मुलाकात की, जो भगवंत मान सरकार के तानाशाही आदेशों और उनकी उपजाऊ ज़मीनों पर नज़र के खिलाफ विरोध कर रहे थे। नेताओं ने लैंड पूलिंग नीति की कड़ी निंदा करते हुए इसे एक छुपी हुई ज़मीन हड़पने की साजिश बताया और कहा कि यह किसानों और पंजाब की जनता के अधिकारों पर हमला है। उन्होंने पंजाब की जनता से अपील की कि वे घरों से बाहर निकलें और अपनी ज़मीन, रोज़गार और गांव की पहचान को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन में शामिल हों।
महापंचायत से पहले किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से 11 अगस्त को पूरे पंजाब में एक मोटरसाइकिल रैली निकाली जाएगी, जिसके माध्यम से गांव-गांव जाकर लोगों का समर्थन जुटाया जाएगा। नेताओं ने कहा कि 11 अगस्त को पंजाब की जनता यह बताएगी कि वह किस तरह इस ज़मीन हड़प नीति के खिलाफ एकजुट है, जो किसानों और खेती को खत्म करने की साजिश है। इस मौके पर मजदूर नेताओं में जसविंदर सिंह लोंगोवाल, बलदेव सिंह जीरा, गुरअमनीत सिंह मांगट, जसविंदर सिंह गिल सबराओं, बलवंत सिंह बेहरामके, ओंकार सिंह पुराना भंगाला, नेक सिंह सेखेवाल, सुखवीर सिंह बीर कुक्कड़ पिंड, बलबीर सिंह कोट कलां, अमरजीत सिंह नंगल करारखां, बलबीर सिंह बहिया, बलकार सिंह मल्ही, कुलवंत सिंह, जसबीर सिंह, धर्मिंदर पिंडा, भूपिंदर सिंह बॉबी, भूपिंदर सिंह पिंडा, सरबजीत सिंह जैतो मौजूद थे।