विदेश

जेलेंस्की ने पुतिन के एक दिवसीय ‘ईस्टर युद्धविराम’ को दिखावा बताया

कीव
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रविवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक दिवसीय 'ईस्टर युद्धविराम' को दिखावा बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि यूक्रेन को अग्रिम मोर्चे पर नुकसान पहुंचाने के लिए मॉस्को की कोशिशें रात भर जारी रहीं।
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "कुल मिलाकर, ईस्टर की सुबह तक हम कह सकते हैं कि रूसी सेना युद्धविराम की एक सामान्य धारणा बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन कुछ जगहों पर इसने आगे बढ़ाना और यूक्रेन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश रोकी नहीं है।"

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दावा किया कि रविवार की सुबह यूक्रेनी सेना ने फ्रंट लाइन पर गोलाबारी की 59 घटनाएं और हमले के पांच प्रयासों की सूचना दी। उन्होंने कहा कि शनिवार शाम को गोलाबारी की सैकड़ों घटनाएं हुईं।

यूक्रेन की सेना ने पुष्टि की कि अग्रिम मोर्चे पर गतिविधि कम हुई है, लेकिन लड़ाई बंद नहीं हुई। यूक्रेन के पूर्वी मोर्चे के सैन्य प्रवक्ता विक्टर त्रेहुबोव ने राष्ट्रीय टेलीविजन को बताया, "यह कम हो रहा है, लेकिन गायब नहीं हुआ है। ईमानदारी से कहें तो हमें इस बात की बहुत उम्मीद नहीं थी कि ऐसा वास्तव में होगा।"

बता दें रूसी राष्ट्रपति ने शनिवार को यूक्रेन में ईस्टर के मौके पर एकतरफा युद्धविराम की घोषणा की और रूसी सेना को शनिवार रात 8.30 बजे (आईएसटी) से रविवार के अंत तक युद्ध रोकने का आदेश दिया। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यूक्रेन रूस के उदाहरण का अनुसरण करेगा। हालांकि, उन्होंने रूस के जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव को निर्देश दिया कि वे कीव की तरफ से युद्धविराम के किसी भी उल्लंघन को रोकने के लिए रूसी सैनिकों को स्टैंडबाय पर रखें।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक क्रेमलिन ने एक बैठक में कहा, "मानवीय विचारों के आधार पर, रूसी पक्ष ईस्टर युद्धविराम की घोषणा करता है। मैं इस अवधि के लिए सभी सैन्य गतिविधियों को रोकने का आदेश देता हूं।" उन्होंने कहा, "हम मानते हैं कि यूक्रेन हमारे उदाहरण का अनुसरण करेगा। हालांकि हमारे सैनिकों को शत्रु की तरफ से युद्धविराम के संभावित उल्लंघन और उकसावे जैसी किसी भी आक्रामक कार्रवाई को नाकाम करने के लिए तैयार रहना चाहिए।"

पुतिन का ऐलान वाशिंगटन के उस बयान के बाद आया जिसमें कहा गया था कि अगर मॉस्को और कीव युद्ध रोकने की इच्छा जाहिर नहीं करते तो वह कुछ दिनों के भीतर शांति वार्ता छोड़ सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button